फ्रांसेस्को लेंटिनी 'फ्रैंक' का जन्म 1889 में सिरोकुसा इटली में हुआ था। वह अपने परिवार के बारह बच्चों में से एक थे। तकनीकी रूप से, फ्रैंक के शरीर के साथ एक आधा जुड़वां बच्चा जुड़ा हुआ था। उसके माता-पिता ने उसे स्वीकार करने से मना कर दिया और उसे उसके चाचा-चाची के पास भेज दिया। चाचा-चाची ने ही फ्रैंक को पाला।
फ्रैंक को 'द मैन विद थ्री लेग्स' के नाम से भी जाना जाता है। फ्रैंक की तीन टांगें, चार पैर और दो गुप्तांग थे। फ्रैंक का चौथा पैर तीसरी टांग के घुटने के पास था। फ्रैंक के सभी पैर अलग-अलग लंबाई के थे।
फ्रैंक को अपने अतिरिक्त अंगों के साथ ही रहना पड़ा क्योंकि डॉक्टरों ने बताया कि उसकी तीसरी टांग रीढ़ की हड्डी के नज़दीक थी। यदि इसे हटाया जाता तो फ्रैंक के लकवाग्रस्त भी हो सकते थे।
12 साल की उम्र में फ्रैंक की मुलाकात विंसेनजो मैगनैनो नामक शख्स से हुई, जो एक सर्कस का मालिक था। उसने फ्रैंक को सर्कस में काम करने का सुझाव दिया, जो फ्रैंक ने कबूल कर लिया। देखते ही देखते फ्रैंक सर्कस में दर्शकों की पहली पसंद बन गए। तीन टांगें होने के बावजूद उनके पास गजब की फुर्ती थी।
उनकी हाजिर जवाबी से एक युवती थेरेसा मुरे काफी प्रभावित हुई। बाद में दोनों ने शादी कर ली और उनके चार स्वस्थ बच्चे पैदा हुए। फ्रैंक लेंटिनी का 40 साल से ज्यादा का करियर रहा। शारीरिक चुनोतियों के बावजूद फ्रेंक ने एक अच्छा और प्रेरणादायक जीवन जिया। 77 साल की उम्र में 1966 में उनका निधन हो गया।
Source: amarujala.com/bizarre-news/three-legged-man-frank-lentini-interesting-story-of-a-strange-person